शैस्ता परवीन, जिसे अंग्रेजी में Venus in Taurus भी कहते हैं, एक महत्वपूर्ण ग्रह गणना है जिसे ज्योतिष शास्त्र में कामदेवालमर्ग सम्बंधित माना जाता है। यह ग्रह स्त्री, सौंदर्य, सुख, संभोग, धन, समृद्धि, शौक, लिंग और प्रेम जैसे क्षेत्रों से जुड़ा होता है। वेनस की इस पर्यावरण में मधुरता, समृद्धि, सुंदरता और सुख मिलता है।
ग्रहों की चलन और स्थिति का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर सीधे प्रभाव डालता है। वेनस के तौरर्टरी अपेक्षाओं का समाधान करने के लिए शैस्ता परवीण का विशेष महत्व है।
शैस्ता परिणी की शुभ रंग हरा होता है जो समृद्धि और संतुलन का प्रतीक है।
किसी भी कला की सफलता के लिए शैस्ता का संबंध अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है।
यदि व्यक्ति की कुंडली में वेनस के अशुभ स्थान हैं, तो उसे शुक्रयंत्र धारण कर सकते हैं।
शैस्ता परवीण से जुड़ी गणनाओं और शुभ-अशुभ प्रभावों को ध्यान में रखकर अपने जीवन को संवार सकते हैं।
वास्तविक जीवन में शैस्ता परवीण का प्रभाव लोगों के सौंदर्य, सुख, संबोग, धन, शौक और प्रेम जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह केवल भविष्यवाणी का हस्तक्षेप नहीं होता है।
विशेष रूप से विशिष्ट समय या विशेष स्थितियों के दौरान शैस्ता परवीण के मंत्र का जाप करना व्यक्ति को उसके सौंदर्य, सुख और समृद्धि के लिए शक्ति और संतुष्टि प्रदान कर सकता है।
किसी भी अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए व्यक्ति योग और प्रार्थना के साथ कुछ उपयुक्त उपाय कर सकता है जैसे कि शुक्रयंत्र धारण करना या विशेष मंत्र का जाप करना।
शैस्ता परवीण के मंत्र का जाप और स्पेशल पूजन विधि का अनुसरण करके व्यक्ति अपने संबंधों में सुधार कर सकता है और प्रेम और सम्बन्धों में मधुरता और संबोधन बढ़ा सकता है।
यदि व्यक्ति की कुंडली में शैस्ता परवीण स्वामी वेनुस के शुभ स्थान पर होता है, तो उसे सौंदर्य, धन, सुख, संबोग और संतुष्टि मिलती है और उसके जीवन में स्थिरता आती है।